News Flash: समाचार फ़्लैश:
  • वित्त एवं लेखा सेवा प्रशिक्षु अधिकारियों ने राज्यपाल से भेंट की
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सुदृढ़ीकरण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता: मुख्यमंत्री
  • मुख्य सचिव ने शरद ऋतु से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की
  • वीरेन्द्र ठाकुर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से सेवानिवृत
  • मुख्य सचिव ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा का दौरा किया
  • देवभूमि में चिट्टा माफिया के लिए कोई स्थान नहीं, सूचना देने वाले को किया जाएगा पुरस्कृत: मुख्यमंत्री
View Allसभी देखें
 Latest News
 नवीनतम समाचार
  • देवभूमि में चिट्टा माफिया के लिए कोई स्थान नहीं, सूचना देने वाले को किया जाएगा पुरस्कृत: मुख्यमंत्री
    मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के साथ दाड़ी ग्राउंड से पुलिस ग्राउंड तक किया वॉकथॉन 
    धर्मशाला में एंटी चिट्टा जागरूकता वॉकथॉन के माध्यम से युवाओं को किया जागरूक
     
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिले के धर्मशाला में एंटी-चिट्टा जागरूकता वॉकथॉन का नेतृत्व किया। यह वॉकथॉन दाड़ी ग्राउंड से शुरू होकर पुलिस ग्राउंड में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थियों के साथ समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए। वॉकथॉन के दौरान बच्चे नशा विरोधी नारे लगाते हुए ऊर्जा और उत्साह के साथ आगे बढ़ते रहे।
    मुख्यमंत्री स्वयं दाड़ी ग्राउंड से पुलिस ग्राउंड तक बच्चों के साथ पैदल चले। कई स्थानों पर उन्होंने बच्चों से बातचीत की और उन्हें इस लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक उनके साथ सेल्फी ली। 
    पुलिस ग्राउंड पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने चिट्टा माफिया को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि देवभूमि में नशा तस्करों के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्षों से पीआईटी एण्ड एनडीपीएस अधिनियम को लागू नहीं किया गया था, लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार ने इसे प्रभावी रूप से लागू किया है और अब तक 46 बड़े तस्करों को इस कानून के तहत हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा कि नशे से कमाए गए हर अवैध धन को जब्त किया जाएगा और राज्य सरकार ने इस अधिनियम को पूरी तरह लागू कर नशे में संलिप्त लोगों पर कड़ी कर्रवाई सुनिश्चित की है। अब तक 46 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की जा चुकी है। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नया हिमाचल है और जब तक चिट्टे का अंतिम अंश भी समाप्त नहीं हो जाता, तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। यह केवल तस्करों के खिलाफ लड़ाई नहीं, बल्कि उनके पूरे नेटवर्क और नशा माफिया को जड़ से उखाड़ने की दिशा में एक निर्णायक संघर्ष है। उन्होंने कहा कि जो भी हमारी आने वाली पीढ़ी को नशे की ओर धकेलने की कोशिश करेगा, वह सीधे जेल जाएगा और उसका खेल यहीं खत्म होगा।
    ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि एएनटीएफ, एसटीएफ पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय विभागों के साथ-साथ हर नागरिक अब चिट्टे के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा है। उन्होंने कहा कि आज वह मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य की रक्षा करने वाली एक ढाल की तरह यहां उपस्थित हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई केवल एक अभियान नहीं, बल्कि युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की सुरक्षा के लिए एक व्यापक युद्ध है, जो अब मिशन मोड में प्रवेश कर चुका है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के सामने कई चुनौतियां थीं और उन्होंने उनका डटकर सामना किया। बड़े नशा तस्करों और अंतर-राज्यीय गिरोहों की रीढ़ तोड़ने में सरकार सफल रही है। उन्होंने समाज के सभी वर्गों से सहयोग की अपील की और चिट्टा के बारे में सूचना साझा करने पर पुरस्कार की घोषणा की। उन्होंने कहा कि दो ग्राम तक के चिट्टे की सूचना के लिए 10 हजार रुपये, पांच ग्राम के लिए 25 हजार रुपये, 25 ग्राम के लिए 50 हजार रुपये, एक किलो के लिए पांच लाख रुपये तथा एक किलो से अधिक मात्रा में चिट्टे की सूचना देने के लिए 10 लाख रुपये ईनाम राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बड़े गिरोह के सूचना देने वाले को पांच लाख रुपये से अधिक की ईनाम राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि चिट्टे से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी साझा करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 112 आपातकालीन नंबर शुरू किया गया है। उन्होंने लोगों से इस संबंध में किसी भी जानकारी को साझा करने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करने का आह्वान किया। 
    मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान युवाओं को नशा निवारण की शपथ दिलाई। इस अवसर पर गुब्बारों और पैराग्लाइडर के माध्यम से भी चिट्टे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया।
    कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार, आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, हिमाचल पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर.एस. बाली, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, हिमाचल प्रदेश योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, विधायक सुन्दर सिंह ठाकुर, राकेश कालिया, सुरेश कुमार, संजय अवस्थी, मलेन्द्र राजन, हरीष जनारथा, नीरज नैयर, रणजीत सिंह, हरदीप सिंह बावा, कमलेश ठाकुर, अनुराधा राणा, मुख्य सचिव संजय गुप्ता, पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी व अन्य गणमान्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
    .0.
     
    Read More
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था का सुदृढ़ीकरण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता: मुख्यमंत्री
    धर्मशाला में पशुपालन विभाग के नए कार्यालय भवन का किया उद्घाटन 
     
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज धर्मशाला में पशु पालन विभाग के उप-निदेशक कार्यालय के नए भवन का उद्घाटन किया। यह भवन 3.21 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है जिससे कांगड़ा जिला के पशुपालकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने में मदद मिलेगी।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले अढ़ाई वर्ष में दूध के मूल्य में 21 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। इसके अलावा दूध पर परिवहन अनुदान 1.50 रुपये से बढ़ाकर 3 रुपये प्रति लीटर किया गया है। 2 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित खरीद केन्द्रों तक दूध पहुंचाने के लिए किसानों को 2 रुपये प्रति लीटर की दर से अनुदान दिया जा रहा है। सरकार के इन प्रयासों से पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। 
    उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला के ढगवार में 1.50 लाख लीटर का दूध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। शिमला जिला के दत्तनगर स्थित दूध प्रसंस्करण संयंत्र की क्षमता में भी वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप मिल्कफेड अब राज्य में हर दिन 3 लाख लीटर दूध की खरीद कर रहा है जबकि पूर्व सरकार के समय केवल 90,000 लीटर दूध की खरीद की जाती थी। 
    इस अवसर पर कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार, विधायक सुरेश कुमार, हिमाचल प्रदेश वूल फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज ठाकुर, कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी और राम चंद्र पठानिया, सचिव पशुपालन रितेश चौहान, निदेशक पशुपालन संजीव कुमार धीमान, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक पुलिस मयंक चौधरी और अन्य गणमान्य उपस्थित थे। 
    .0.
     
    Read More
  • वित्त एवं लेखा सेवा प्रशिक्षु अधिकारियों ने राज्यपाल से भेंट की
    जनसेवा में अधिकारों से अधिक जिम्मेदारियां अहमः राज्यपाल
     
    डॉ. मनमोहन सिंह हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (एमएसएचआईपीए) में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हिमाचल प्रदेश वित्त एवं लेखा सेवा (एचपीएफ एंड एएस) के 30 प्रशिक्षु अधिकारियों ने आज राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से भेंट की।
    राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि उनका चयन परिश्रम, लग्न और लोक सेवा के प्रति समर्पण को दिखाता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह अधिकारी शीघ्र ही राज्य की वित्तीय व्यवस्था को मजबूती देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को सभी कार्यों में जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देने तथा ईमानदारी, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करने को कहा। 
    राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों से राज्य के हितों को सर्वोच्च अधिमान देनेे और इनके प्रति सदैव समर्पित रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के लिए जनसेवा में अधिकारों से अधिक जिम्मेदारियां महत्त्वपूर्ण होनी चाहिए। 
    श्री शुक्ल ने अधिकारियों से बातचीत करते हुए प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्त्व पर बल दिया। उन्होंने अधिकारियों को पेशावर दृष्टिकोण, ईमानदारी और सेवाभाव के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया ताकि वे हिमाचल प्रदेश के विकास में सार्थक योगदान दे सकें। 
    इस अवसर पर पाठ्यक्रम निदेशक दिनेश शर्मा ने राज्यपाल को प्रशिक्षण कार्यक्रम की संरचना और उद्देश्य के बारे में अवगत करवाया। 
    एमएसएचआईपीए की निदेशक रूपाली ठाकुर ने बताया कि प्रशिक्षण पूर्ण होने के उपरांत अभ्यर्थियों को एक क्वालीफाईंग परीक्षा उतीर्ण करनी होगी। परीक्षा उतीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को ही वित्त विभाग द्वारा राज्य के विभिन्न विभागों और संगठनों में नियुक्ति के लिए योग्य माना जाएगा। 
    राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
    .0.
     
    Read More
  • मुख्यमंत्री ने विंग कमांडर शहीद नमांश स्याल को श्रद्धांजलि अर्पित की
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के पटियालखर गांव पहुंचकर दुबई एयर शो के दौरान हुए हादसे में शहीद हुए विंग कमांडर नमांश स्याल को श्रद्धांजलि अर्पित की। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दुःखद घटना में राष्ट्र ने एक बहादुर सुपुत्र और साहसी पायलट को खो दिया है। हर हिमाचली उनके अदम्य साहस, कर्त्तव्यनिष्ठा और देश सेवा पर गर्व करता है। राष्ट्र उनके इस सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखेगा। उन्होंने परिवार को आश्वस्त किया कि इस दुःख की घड़ी में प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है।
    मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। 
    स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, एचपीटीडीसी के अध्यक्ष रघुबीर सिंह बाली, विधायक कमलेश ठाकुर व सुरेश कुमार भी मुख्यमंत्री के साथ उपस्थित थे।
    .0.
     
     
    Read More
  • मुख्यमंत्री का धर्मशाला पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू मंगलवार सायं विधानसभा शीतकालीन सत्र के लिए कांगड़ा जिला के धर्मशाला पहुंचे। 
    इस अवसर पर आयुष मंत्री यादविंद्र गोमा, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, पूर्व विधायक सुरेंद्र काकू, हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष अजय वर्मा, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा, एपीएमसी कांगड़ा की अध्यक्ष निशु मोंगरा, कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी, उपायुक्त हेमराज बैरवा, पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने गर्मजोशी से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। 
    हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 26 नवंबर से 5 दिसंबर, 2025 तक धर्मशाला के तपोवन में आयोजित होगा।
    .0.
     
    Read More
  • किसान समुदाय को पौध रोपण से जोड़ने के लिए समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित
    50 हजार से अधिक किसान होंगे लाभान्वित
     
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की उपस्थिति में आज यहां हिमाचल प्रदेश वन विभाग ने सिंगापुर स्थित कंपनी प्रोक्लाइम के साथ एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया। प्रदेश सरकार की ओर से वन बल मुख्य डॉ. संजय सूद और कंपनी की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी केविन कुमार कंदसामी ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना जलवायु संरक्षण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और किसानों की आय बढ़ाने में भी सहायक सिद्ध होगी। इससे प्रदेश के 50 हजार से अधिक किसान लाभान्वित होंगे। इसके अंतर्गत किसानों की भूमि और खेतों की मेड़ों पर पेड़ लगाए जाएंगे।
    मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश्रा दिए कि किसानों को पौधारोपण के लिए आर्थिक सहायता और अन्य सहयोग प्रदान किया जाए। किसानों को पांच वर्ष के उपरान्त कार्बन क्रेडिट का लाभ मिलेगा और कंपनी के मुनाफे का 30 प्रतिशत हिस्सा भी किसानों को दिया जाएगा। यह योजना तीन चरणों में लागू होगी, जिससे प्रदेश का हरित आवरण बढ़ेगा और किसान समुदाय के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
    उन्होंने कहा कि इस परियोजना से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होगा, भूमि कटाव में कमी आएगी, खेतों में जैव विविधता बढ़ेगी और किसानों के लिए अतिरिक्त आय के अवसर भी सृजित होंगे। 
    पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव सुशील सिंगला, प्रोक्लाइम कंपनी के तकनीकी निदेशक सम्राट सेनगुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 
    .0.
     
    Read More
Latest Video FootageView Allनवीनतम वीडियो फुटेजसभी देखें
Departments Productions View All विभाग प्रोडक्शंससभी देखें
Latest News PhotographsView Allनवीनतम समाचार फोटोसभी देखें
# At Snap with CMView Allसीएम के साथ आपका फोटोसभी देखें
Digital Photo LibraryView All डिजिटल फोटो गैलरीसभी देखें
You Are Visitor No.हमारी वेबसाइट में कुल आगंतुकों 8953339

Nodal Officer: UC Kaundal, Dy. Director (Tech), +919816638550, uttamkaundal@gmail.com

Copyright ©Department of Information & Public Relations, Himachal Pradesh.
Best Viewed In Mozilla Firefox