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  • मुख्यमंत्री ने कल्पा ब्लॉक के 25 लाभार्थियों को भूमि पट्टे के मालिकाना हक प्रमाण-पत्र वितरित किए
  • विक्रमादित्य सिंह ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की
  • मुख्यमंत्री ने किन्नौर जिला के शिपकी-ला में सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारंभ किया
  • हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों को बढ़ावा देने की आवश्यकताः उद्योग मंत्री
  • स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल की अध्यक्षता में एचपीएमएफडीसी की 53वीं बैठक आयोजित
  • आबकारी विभाग ने इस साल 5438.771 बल्क लीटर अवैध शराब बरामद की
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  • हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों को बढ़ावा देने की आवश्यकताः उद्योग मंत्री


     हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प और हथकरघा निगम लिमिटेड के निदेशक मंडल की 194वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने अधिकारियों को राज्य के हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों का एक प्रचार वीडियो तैयार करने के निर्देश दिए। इसका उद्देश्य राज्य के हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों को बड़े स्तर पर बढ़ावा देना है। प्रचार वीडियो को सोशल मीडिया और अन्य नेटवर्क पर अपलोड किया जाएगा।
    उद्योग मंत्री ने राज्य के कारीगरों और बुनकरों को लाभान्वित करने के लिए निगम द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और निर्देश दिए कि निगम की योजनाओं और कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि विलुप्त होने के कगार पर पहुंची इस कला का प्रशिक्षण आयोजित किया जाना चाहिए ताकि राज्य हथकरघा और हस्तशिल्प की विरासत को संरक्षित किया जा सके। उन्होंने प्रदेश के हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों की बिक्री के लिए चंडीगढ़ में शो-विंडो-कम-सेल काउंटर खोलने की संभावना तलाशने के निर्देश दिए। निगम 23.38 करोड़ रुपये की केंद्र प्रायोजित परियोजना, व्यापक हस्तशिल्प क्लस्टर विकास योजना (सीएचसीडीएस), को क्रियान्वित कर रहा है, जिसकी अवधि तीन वर्ष है।
     वर्ष 2023-24 के दौरान निगम ने 420 कारीगरों को लाभान्वित किया और 340 कारीगरों को उन्नत टूल किट वितरित किए। वर्ष 2024-25 के दौरान निगम ने 840 कारीगरों और बुनकरों को लाभान्वित किया और उन्हें उन्नत टूल किट वितरित किए। दिल्ली, धर्मशाला और मनाली में तीन एम्पोरियम का नवीनीकरण कार्य पूरा हो चुका है और तीन अन्य एम्पोरियम, जिसमें चंबा में दो और शिमला में एक एम्पोरियम शामिल है, का नवीनीकरण कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2025-26 के दौरान, राज्य के लगभग 2500 कारीगरों के लिए 120 डिजाइन और तकनीकी विकास कार्यशालाएं और 20 उद्यमी विकास कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी प्रकार, कारीगरों के उत्पादों की बिक्री के लिए राज्य के भीतर पांच विषयगत प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी, जिसके लिए दो नए एम्पोरियम खोले जाएंगे। निदेशक मंडल ने हिमाचल प्रदेश के कुशल बुनकरों द्वारा विकसित कारीगरी वाले ऊनी कपड़े हिमालयन ट्वीड पर विशेष बल देते हुए हथकरघा उत्पादों के विदेशी और भारतीय बाजारों में विस्तार के लिए निगम के प्रबंध निदेशक को अधिकृत किया।
     निगम की प्रबंध निदेशक डॉ. ऋचा वर्मा ने निगम की गतिविधियों और उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने निदेशक मंडल को बताया कि निगम ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 29.98 करोड़ रुपये के हस्तशिल्प, हथकरघा और संबद्ध उत्पादों की बिक्री की है। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग आर.डी. नजीम, निदेशक उद्योग डॉ. यूनुस, विशेष सचिव वित्त विजय वर्धन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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  • मुख्यमंत्री ने किन्नौर जिला के शिपकी-ला में सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारंभ किया



    कैलाश मानसरोवर यात्रा शिपकी-ला से शुरू करने का मामला केंद्र सरकार से उठाएंगेः मुख्यमंत्री

    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज किन्नौर जिला के सीमावर्ती क्षेत्र शिपकी-ला में सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारम्भ किया।
    इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमा पर्यटन गतिविधियों के आरम्भ होने से पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आर्थिकी भी सशक्त होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने रक्षा मंत्रालय से सीमावर्ती क्षेत्र लेपचा, शिपकी-ला, गिऊ और रानी कंडा में पर्यटन गतिविधियों को अनुमति प्रदान करने का आग्रह किया था। स्वीकृति प्राप्त होने के उपरांत सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारम्भ किया गया।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कैलाश मानसरोवर यात्रा शिपकी-ला के रास्ते से शुरू करने का मामला केन्द्र सरकार के समक्ष उठाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं प्रधानमंत्री से भेंट कर यह विषय उनके सामने प्रस्तुत करेंगे। शिपकी-ला से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए सबसे सुगम मार्ग उपलब्ध होगा।
    उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 से भारत चीन व्यापार शिपकी-ला के माध्यम से बंद है। इस दर्रे के माध्यम से व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की असीम संभावनाएं हैं। इसे पुनः आरम्भ करने का मामला भी केन्द्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने केन्द्र से हिमाचल स्काउट बटालियन की स्थापना का आग्रह किया है, जिसमें राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों के लिए विशेष कोटा होगा।
    सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हवाई अड्डा स्थापित करने का मामला भी केन्द्र के समक्ष उठाया जाएगा । राज्य सरकार केन्द्र सरकार से सैन्य और अर्ध सैनिक बलों की इनर लाइन चेक पोस्ट को समाप्त करने का आग्रह करेगी, जिससे वर्तमान में पर्यटकों के लिए परमिट संबंधी बाधा उत्पन्न होती है।
    यात्रा को सरल और पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिसके तहत भारतीय सेना और अर्ध सैनिक बलों के साथ सहयोग पर बल दिया जाएगा।
    उन्होंने कहा कि इन कदमों से पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।
    उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति जिला से किन्नौर को जोड़ने वाली वांगतू-अटरगू-मुद-भावा दर्रा मार्ग को राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड से मंजूरी मिली है। जिससे इसके निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस सड़क के बनने से शिमला और काजा के बीच दूरी लगभग 100 किलोमीटर कम हो जाएगी।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती सड़कों का केवल सामरिक महत्त्व नहीं है, बल्कि इनका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सम्पर्क सुविधा बढ़ाकर लोगों को लाभ प्रदान  करना है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने की कार्य योजना के बारे में उन्होंने भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आई.टी.बी.पी.) से चर्चा की है। आई.टी.बी.पी. के स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के बारे में विस्तृत चर्चा की गई है। आई.टी.बी.पी. के विभिन्न हेलीपैड को दूर-दराज क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उपयोग में लाए जाने पर भी चर्चा की गई है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सेना और अर्ध सैनिक बलों के शौर्य पर नाज है। मुख्यमंत्री ने शिपकी-ला में सरहद वन उद्यान का शुभारम्भ भी किया। उन्होंने इंदिरा गांधी प्वाइंट भी विजिट किया।
     राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारम्भ करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिपकी-ला में पर्यटन संबंधी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। उन्होंने क्षेत्र में हिमाचल पथ परिवहन निगम का ऑन डिमांड बस रूट आरम्भ करने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेेतृत्व में क्षेत्र में विकास की गति प्रदान की गई है।
    उन्होंने क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
    ग्राम पंचायत नमग्या के प्रधान बलदेव नेगी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
    इस अवसर पर स्थानीय महिला मंडलों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
    हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेन्द्र श्याम, किनफेड के अध्यक्ष चन्द्र गोपाल नेगी, कमांडिग आफिसर 19, बिहार रेजीमेंट कर्नल नितिन शंकर, कमांडिंग आफिसर ।।, महार कर्नल जी.के. गुंडे, कमांडेंट 43, आई.टी.बी.पी. सुरेन्द्र पंवार उपायुक्त अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक अभिषेक एस, सेना, आई.टी.बी.पी., व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य इस अवसर पर उपस्थित थे।
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  • विक्रमादित्य सिंह ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की



    लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार सायं दिल्ली में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की। उन्होंने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण घटासनी-शिल्हा-बधानी-भूभूजोत-कुल्लू सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया।
    उन्होंने कहा कि पठानकोट-मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए एक वैकल्पिक मार्ग की अत्यंत आवश्यकता है। इससे लगभग 55 किलोमीटर की दूरी भी कम हो जाएगी। यह सड़क एक स्थाई राजमार्ग के रूप में कार्य करेगी जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में भी सहायता मिलेगी।
    उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से इस परियोजना को मंजूरी देने का आग्रह किया।
    राजनाथ सिंह ने राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
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  • मुख्यमंत्री ने कल्पा ब्लॉक के 25 लाभार्थियों को भूमि पट्टे के मालिकाना हक प्रमाण-पत्र वितरित किए
     
     
    किन्नौर विस क्षेत्र में 48‐48 करोड़ रूपये की विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास
     
    मुख्य मंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज किन्नौर विधान सभा क्षेत्र में 48‐48 करोड़ रुपये की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के उद्धाटन एवं शिलान्यास किए। इनमें 8 करोड़ रुपये की लागत से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) रिकांगपिओ में ऑडिटोरियम का शिलान्यास, कल्पा में 29‐88 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले राजीव गांधी खेल परिसर का शिलान्यास तथा 10‐60 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यूथ हॉस्टल, कल्पा का उद्घाटन शामिल हैं। उन्होंने आईस स्केटिंग रिंक कल्पा में आयोजित कार्यक्रम में वन अधिकार अधिनियम, 2006 के तहत कल्पा ब्लॉक के 25 लाभार्थियों को भूमि पट्टे के मालिकाना हक के प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
    इस अवसर पर मुख्य मंत्री ने कहा कि वन अधिकार अधिनियम, 2006 के अंतर्गत प्रदेश में 460 लोगों को घर बनाने के लिए पट्टे दिए गए हैं। किन्नौर जिला के कल्पा ब्लॉक के 25 लोगों को भूमि पट्टे वितरित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के अढ़ाई वर्ष के कार्यकाल के दौरान 75 साल में पहली बार शिप्की-ला को पर्यटकों के लिए खोला जा रहा है। अब पर्यटक केवल आधार कार्ड व टोकन लेकर शिप्की-ला जा सकते हैं। इससे जहां किन्नौर की आर्थिकी को बल मिलेगा तो वहीं पर्यटक भी यहां पहुंच सकेंगे।
    मुख्य मंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश ने सत्ता में आते ही पहली कैबिनेट में प्रदेश के 1 लाख 36 हजार कर्मचारियों को ओपीएस बहाल की लेकिन केंद्र सरकार ने प्रदेश को मिलने वाली 1600 करोड़ रुपये की ग्रांट को बंद कर दिया। उन्होेंने कहा कि पूर्व सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश के लोगों का धन लुटाया जिसे किसानों, बागवानों तथा आम लोगों के उत्थान व कल्याण के लिए खर्च किया जाना चाहिए था। यहां की भूमि को बडे़ उद्योगपतियों को कौड़ियों के भाव आवंटित किया गया और बिजली में उपदान प्रदान किया। उन्होंने कहा कि ऊना बल्क ड्रग पार्क के लिए केंद्र 50 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध करवा रहा था लेकिन प्रदेश हितों को ध्यान में रखते हुए हमने इसे वापिस करने का निर्णय लिया और अब राज्य सरकार अपने स्तर पर इस कार्य को करेगी।
    श्री सुक्खू ने पूर्व सरकार राज्य पर कर्मचारियों की 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारी छोड़कर गई लेकिन हमारी सरकार ने भ्रष्ट व्यवस्था के दरवाजों को बंद कर तीन हजार करोड़ रुपये बचाए हैं। प्राकृतिक आपदा के कारण प्रदेश को 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ लेकिन केंद्र सरकार ने आज तक एक भी पैसा प्रदेश को जारी नहीं किया है। प्रदेश सरकार ने अपने आर्थिक संसाधनों से 4500 करोड रुपये का विशेष आर्थिक राहत पैकेज जारी कर प्रभावितों को राहत पहुंचाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल को 2027 तक आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस प्रयास कर रही है।
    मुख्य मंत्री ने कहा कि विमल नेगी मामले को लेकर विपक्ष राजनीति करने का प्रयास कर रहा है। प्रदेश सरकार उनके परिजनों के साथ खड़ी है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
    श्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार इस वित्त वर्ष 25 हजार भर्तियां करने जा रही है। उन्होंने कहा कि सुख आश्रय योजना के तहत अनाथ बच्चों को चिल्डन ऑफ द स्टेट का दर्जा प्रदान किया गया है। प्रदेश सरकार ऐसे बच्चों की शिक्षा का खर्च भी वहन कर रही है। साथ ही विधवा महिलाओं के बच्चों की शिक्षा का खर्च भी इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के तहत सरकार वहन कर रही है। 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों को घर-द्वार चिकित्सा जाचं सुनिश्चित बनाने के लिए सरकार जल्द ही एक योजना लेकर आ रही है। उन्होंने कहा चिकित्सा महाविद्यालयों में बेहतर चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाने के लिए सरकार 100 करोड़ रुपये व्यय कर रही है।
    मुख्य मंत्री ने किन्नौर के चार खंडों में सीबीएसई से सबंद्ध स्कूल खोलने की भी घोषणा की। उन्होंने खेल परिसर और इंडोर स्टेडियम के लिए 10-10 करोड़ रुपये, देने की घोषणा की।
    उन्होंने युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने को खेलो क्रिकेट टुक्पा क्वीन टीम के 11 सदस्यों को 10-10 हजार देने की घोषणा की।
    मुख्य मंत्री ने राजीव गांधी खेल परिसर की आधारशिला रखने के बाद युवाओं के साथ क्रिकेट भी खेला। 
    इससे पहले उन्होंने जिला प्रशिक्षण संस्थान में पांच महिला मंडलों को सामान खरीदने के लिए एक लाख रुपये देने की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने डाइट की वार्षिक पत्रिका नारकसाड का विमोचन भी किया।
    राजस्व, बागवानी एवं जन जातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने किन्नौर विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों के उद्घाटन व शिलान्यास करने के लिए मुख्य मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्य मंत्री के कुशल नेतृत्व में प्रदेश का समग्र विकास सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र की कांग्रेस सरकारों के कारण जनजातीय क्षेत्रों का दर्जा मिला तथा इन क्षेत्रों के विकास कार्यों के लिए धन का भी प्रावधान सुनिश्चित किया गया। 
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  • लोक निर्माण मंत्री ने ढली से रामपुर फोरलेन कार्य को प्राथमिकता प्रदान करने का अनुरोध किया



    लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की।
    बैठक के दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री से भूभुजोत सुरंग सहित घटासनी-शिल्हा- बधानी-भूभुजोत-कुल्लू सड़क के सामरिक महत्व के दृष्टिगत इसे राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह मार्ग रक्षा संबंधी सामग्री की सुचारू आवाजाही के लिए बेहतर मार्ग साबित होगा और इससे यात्रा की दूरी 55 किलोमीटर कम होगी।
    लोक निर्माण मंत्री ने ढली से रामपुर तक एनएच-05 के फोरलेन के निर्माण कार्य को प्राथमिकता प्रदान करने का अनुरोध किया। उन्होंने वर्तमान में राजमार्गों पर चल रहे निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा करने का भी आग्रह किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि राज्य सरकार द्वारा पांच राष्ट्रीय राजमार्गों को प्रधानमंत्री गति शक्ति में शामिल करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने इस संबंध में मंजूरी प्रदान करने का आग्रह किया।
    विक्रमादित्य सिंह ने सीआरएफ के तहत 130 करोड़ रुपये की धनराशि शीघ्र जारी करने और राज्य में सीआरएफ कार्यों की वार्षिक सीमा को बढ़ाकर 250 करोड़ रुपये करने का भी अनुरोध किया।
    नितिन गडकरी ने मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने ढली-रामपुर फोरलेन प्रक्रिया को भी सैद्धांतिक रूप से मंजूरी प्रदान की।
    इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के सचिव अभिषेक जैन, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियन्ता सुरेन्द्र पाल जगोता भी उपस्थित थे।
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  • उप-मुख्यमंत्री ने नितिन गडकरी से 15 वर्षों के लिए अखिल भारतीय टैक्सी परमिट देने का आग्रह किया


    उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भेंट कर हिमाचल प्रदेश के लिए उदार रवैया  अपनाने के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
    उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत राज्य का विकास पूरी तरह से सड़कों और पुलों के विस्तार पर निर्भर करता है।  
    इस पहाड़ी राज्य के लोगों के जीवन को सुगम बनाने और प्रदेश के विकास के लिए सड़क और पुलों की अधोसंरचना का सुदृढ़ीकरण अत्यन्त आवश्यक है।
    बैठक के दौरान उप-मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष परिवहन विभाग से संबंधित प्रमुख मामलों को उठाया। उन्होंने कहा कि जनहित को ध्यान में रखते हुए अखिल भारतीय टैक्सी परमिट की अवधि को मौजूदा 12 वर्ष से बढ़ाकर 15 वर्ष करने के संबंध में ऑपरेटरों की मांग को राज्य सरकार ने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि वाहनों के संचालन की सीमा को 15 वर्ष किया गया है इसके दृष्टिगत अखिल भारतीय टैक्सी परमिट की अवधि को 15 वर्ष तक किया जाना चाहिए।
    केंद्रीय मंत्री ने राज्य सरकार के अनुरोध के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया  और उन्होंने आश्वासन दिया कि वह इस मामले पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे और संबंधित अधिकारियों को मामले पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
    मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्रीय मंत्री से हिमाचल प्रदेश को पूंजी निवेश (पुराने वाहनों को हटाने के लिए प्रोत्साहन) के लिए विशेष सहायता योजना के तहत शेष धनराशि 7.63 करोड़ रुपये शीर्घ जारी करने का अनुरोध किया। केंद्रीय परिवहन मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत धनराशि जारी करने के निर्देश दिए।
    उप-मुख्यमंत्री ने आग्रह किया कि नंगल से जैजों तक सड़क मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया जा सकता है। यह सड़क प्रस्तावित बल्क ड्रग पार्क की आवश्यकताओं की पूर्ति में सहायक साबित होगी। केंद्रीय मंत्री ने गति शक्ति योजना के तहत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 429 करोड़ रुपये की डीपीआर पहले ही तैयार की जा चुकी है और इसे गति शक्ति योजना के तहत भारत सरकार को प्रस्तुत किया जाएगा।
    इसके अतिरिक्त उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि अमृतसर से होशियारपुर तक एनएच-503ए के प्रस्तावित फोर लेनिंग कार्य को बनखंडी (हिमाचल प्रदेश की सीमा) से झलेड़ा तक बढ़ाया जा सकता है। इसकी लम्बाई लगभग 15 किलोमीटर है और यह मार्ग श्री आनंदपुर साहिब और माता चिंतपूर्णी को जोड़ेगा, जिससे इन दोनों धार्मिक स्थलों पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी लाभ होगा। उन्होंने चंडीगढ़ से बद्दी औद्योगिक क्षेत्र के बीच कनेक्टिविटी का मामला भी उठाया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह मामला पहले ही भारत सरकार के विचाराधीन है।
    उप-मुख्यमंत्री ने यह भी अनुरोध किया कि सीआरआईएफ के तहत 48.69 करोड़ रुपये की लागत से जैजों मोड़ से टाहलीवाल चौक वाया भाई-का-मोड़ सम्पर्क मार्ग और 3 पुल को स्तरोन्नत करने को शीघ्र स्वीकृति प्रदान की जाए।
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Details: To enable the details of this specific error message to be viewable on remote machines, please create a <customErrors> tag within a "web.config" configuration file located in the root directory of the current web application. This <customErrors> tag should then have its "mode" attribute set to "Off".


<!-- Web.Config Configuration File -->

<configuration>
    <system.web>
        <customErrors mode="Off"/>
    </system.web>
</configuration>

Notes: The current error page you are seeing can be replaced by a custom error page by modifying the "defaultRedirect" attribute of the application's <customErrors> configuration tag to point to a custom error page URL.


<!-- Web.Config Configuration File -->

<configuration>
    <system.web>
        <customErrors mode="RemoteOnly" defaultRedirect="mycustompage.htm"/>
    </system.web>
</configuration>